24 कैरेट सोने चांदी में आई तेजी, जाने 14 और 18 कैरेट सोने की ताजा कीमत

सोने की कीमत में तेजी का असर
त्योहारों के मौसम में सोने के दामों में बढ़ोतरी सीधे आम लोगों की जेब पर असर डाल रही है. दिल्ली, यूपी, राजस्थान और बिहार जैसे राज्यों में 24 कैरेट सोना आज 1,02,710 रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुंच गया है. यह बढ़ोतरी रक्षाबंधन जैसे पारंपरिक त्योहार से पहले आभूषणों की मांग को और महंगा बना रही है.
चांदी भी बनी महंगी निवेश की पहचान
आज सिर्फ सोना ही नहीं, बल्कि चांदी के भाव में भी तेज उछाल देखा गया है. देश के बड़े शहरों में 1 किलोग्राम चांदी का रेट 1,17,100 रुपये हो गया है, जो कल के मुकाबले 1,000 रुपये अधिक है. चांदी, निवेश और आभूषण दोनों के लिहाज से, महंगाई की रेस में पीछे नहीं है.
सोने के दाम क्यों बढ़ रहे हैं?
सोने की कीमत में हालिया उछाल के पीछे कई बड़े कारण हैं:
- अंतरराष्ट्रीय व्यापार तनाव – अमेरिकी प्रशासन द्वारा भारतीय आयात पर 25% अतिरिक्त टैरिफ लगाने का फैसला निवेशकों में अनिश्चितता पैदा कर रहा है.
- सुरक्षित निवेश का रुझान – अनिश्चित माहौल में निवेशक सोने जैसी सुरक्षित संपत्ति में पैसे लगाना पसंद कर रहे हैं.
- डॉलर की कमजोरी – अमेरिकी डॉलर के कमजोर होने से सोना अंतरराष्ट्रीय बाजार में महंगा हो गया है.
- भू-राजनीतिक तनाव – रूस पर नए प्रतिबंध और अमेरिका द्वारा चिप आयात पर 100% शुल्क लगाने की चेतावनी ने भी सोने की मांग को बढ़ा दिया है.
अंतरराष्ट्रीय बाजार का रुख
गुरुवार को अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोना 3,375 डॉलर प्रति औंस के ऊपर बना रहा. यह स्तर पिछले कई महीनों का उच्चतम है. बढ़ते ग्लोबल ट्रेड टैरिफ और आर्थिक अनिश्चितता के चलते विशेषज्ञों का मानना है कि आने वाले दिनों में सोने की कीमतें और बढ़ सकती हैं.
8 अगस्त 2025 को विभिन्न शहरों में सोने के भाव
शहर | 22 कैरेट (₹/10 ग्राम) | 24 कैरेट (₹/10 ग्राम) |
---|---|---|
दिल्ली | 94,160 | 1,02,710 |
चेन्नई | 94,010 | 1,02,560 |
मुंबई | 94,010 | 1,02,560 |
कोलकाता | 94,010 | 1,02,560 |
जयपुर | 94,160 | 1,02,710 |
नोएडा | 94,160 | 1,02,710 |
गाजियाबाद | 94,160 | 1,02,710 |
लखनऊ | 94,160 | 1,02,710 |
बंगलुरु | 94,010 | 1,02,560 |
पटना | 94,010 | 1,02,560 |
भारत में सोने की कीमत तय करने के कारक
भारत में सोने की कीमत कई कारकों पर निर्भर करती है:
- अंतरराष्ट्रीय बाजार का रेट
- आयात शुल्क और टैक्स
- रुपया-डॉलर विनिमय दर
- डिमांड और सप्लाई
- चूंकि भारत में सोना सिर्फ निवेश के लिए ही नहीं बल्कि शादियों और त्योहारों में भी परंपरागत रूप से खरीदा जाता है, इसलिए इसकी कीमत में बदलाव का सीधा असर उपभोक्ताओं पर पड़ता है.
त्योहारों से पहले महंगाई का दबाव
रक्षाबंधन जैसे त्यौहारों से पहले सोने-चांदी के महंगे होने से उपभोक्ताओं को आभूषण खरीदने में अतिरिक्त खर्च करना पड़ रहा है. ज्वैलर्स का मानना है कि अगर अंतरराष्ट्रीय बाजार में यह तेजी बनी रही तो आने वाले हफ्तों में दाम और ऊपर जा सकते हैं.
आने वाले दिनों का अनुमान
बाजार विशेषज्ञों का कहना है कि भू-राजनीतिक तनाव और डॉलर में गिरावट के चलते सोने की कीमतों में और बढ़ोतरी संभव है. हालांकि, निवेशकों को सलाह दी जा रही है कि वे खरीदारी सोच-समझकर करें क्योंकि वैश्विक परिस्थितियों में बदलाव से कीमतें अचानक गिर भी सकती हैं.