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यूपी को मिलेगा सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे, 8 घंटे में पूरा हो जाएगा गोरखपुर से पानीपत का सफर, देखें रूट मेप

गोरखपुर से पानीपत तक बनने वाला यह एक्सप्रेसवे 750 किलोमीटर लंबा होगा जो कि उत्तर प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे माना जा रहा है। फिलहाल उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे है जिसकी कुल लंबाई 550 किलोमीटर है।
 
Gorakhpur to Panipat Expressway

Gorakhpur to Panipat Expressway: NHAI (National Highways Authority of India) के परियोजना निदेशक ललित कुमार पाल ने हाल ही में घोषणा की है कि गोरखपुर से पानीपत तक बनने वाले इस नए एक्सप्रेसवे को उत्तर प्रदेश के अन्य लिंक एक्सप्रेसवे से भी जोड़ा जाएगा। इसके जरिये गोरखपुर शहर के दक्षिण छोर से होते हुए इस एक्सप्रेसवे को सिलीगुड़ी एक्सप्रेसवे से जोड़ने की योजना है। इसका मतलब है कि भविष्य में पानीपत से लेकर पश्चिम बंगाल तक एक सीधी और निर्बाध सड़क यात्रा संभव हो सकेगी।

गोरखपुर से पानीपत तक बनने वाला यह एक्सप्रेसवे 750 किलोमीटर लंबा होगा जो कि उत्तर प्रदेश का अब तक का सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे माना जा रहा है। फिलहाल उत्तर प्रदेश में सबसे बड़ा एक्सप्रेसवे गंगा एक्सप्रेसवे है जिसकी कुल लंबाई 550 किलोमीटर है। गंगा एक्सप्रेसवे का निर्माण कार्य अंतिम चरण में है और इसे जनवरी 2025 में होने वाले महाकुंभ से पहले पूरा कर लिया जाएगा। नए एक्सप्रेसवे की लंबाई गंगा एक्सप्रेसवे से लगभग 200 किलोमीटर अधिक होगी जिससे यह राज्य का सबसे लंबा एक्सप्रेसवे बन जाएगा।

NHAI ने पहले इस एक्सप्रेसवे को केवल गोरखपुर से शामली तक बनाने की योजना बनाई थी और इसके लिए डीपीआर (Detailed Project Report) भी तैयार कर दी गई थी। लेकिन अब इसकी लंबाई बढ़ाकर इसे पानीपत तक ले जाने का निर्णय लिया गया है। फिलहाल प्राधिकरण इस नए रूट पर काम कर रहा है और इसके पूरा होते ही उत्तर प्रदेश, दिल्ली और हरियाणा के बीच निर्बाध कनेक्टिविटी हो जाएगी।

यह एक्सप्रेसवे गोरखपुर से शुरू होकर हरियाणा के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र पानीपत तक जाएगा। इस परियोजना के तहत उत्तर प्रदेश के 22 जिलों को जोड़ा जाएगा जिसमें श्रावस्ती, बलरामपुर, सिद्धार्थनगर, बहराइच और शामली प्रमुख हैं। इस एक्सप्रेसवे से न केवल उत्तर प्रदेश के पूर्वी और पश्चिमी हिस्से आपस में जुड़ेंगे बल्कि यह नेपाल सीमा पर स्थित जिलों को भी जोड़ेगा।

एक बार एक्सप्रेसवे पूरा हो जाने के बाद गोरखपुर से हरिद्वार की यात्रा केवल 8 घंटे में पूरी की जा सकेगी। इससे यात्रियों को समय की बचत होगी और यह एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश के विकास में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाएगा।

भारत में इस समय सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे उत्तर प्रदेश में ही बनाए जा रहे हैं। उत्तर प्रदेश पहले से ही देश में सबसे ज्यादा एक्सप्रेसवे वाला राज्य बन चुका है और अब इस नए एक्सप्रेसवे के साथ प्रदेश का सड़क नेटवर्क और भी सुदृढ़ हो जाएगा। इस परियोजना से न केवल क्षेत्रीय विकास को बढ़ावा मिलेगा बल्कि यातायात की सुगमता और औद्योगिक विकास को भी बल मिलेगा।

फिलहाल NHAI द्वारा इस एक्सप्रेसवे के रूट का सर्वे किया जा रहा है ताकि जल्द ही निर्माण कार्य शुरू किया जा सके। गोरखपुर से पानीपत तक का यह एक्सप्रेसवे पूर्वी उत्तर प्रदेश को पश्चिमी क्षेत्र से जोड़ने वाला एक अहम रूट साबित होगा जिससे क्षेत्रीय व्यापार और यातायात की सुविधा में भी बढ़ोतरी होगी। इस महत्वाकांक्षी परियोजना की शुरुआत उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री सिटी गोरखपुर से होगी और यह राज्य के औद्योगिक विकास में एक महत्वपूर्ण कदम साबित होगी।