हरियाणा में यहां बनेगा बनेगा स्मार्ट इंडस्ट्रियल सिटी, इन गांवों के किसानों की जमीन होगी अधिग्रहीत

HSVP भी करेगा मौजूदा सेक्टरों का विस्तार
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) भी इस योजना से जुड़ गया है। HSVP फरीदाबाद के मौजूदा सेक्टरों का विस्तार करेगा और नए सेक्टरों के लिए भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर चुका है। इसका सीधा असर शहरीकरण की गति पर पड़ेगा। जिससे फरीदाबाद का विस्तार और तेजी से होगा। साथ ही आसपास के इलाकों में आवासीय और व्यावसायिक गतिविधियों में उछाल आने की संभावना है।
31 अगस्त 2025 तक आवेदन का मौका
सरकार ने किसानों के लिए स्पष्ट कर दिया है कि जो भी अपनी जमीन बेचना चाहते हैं, वे 31 अगस्त 2025 तक ebhoomi.jamabandi.nic.in पोर्टल पर आवेदन कर सकते हैं। इस स्वैच्छिक भूमि बिक्री योजना के तहत किसानों को बेहतर मुआवजा मिलने की उम्मीद है। सरकार का मानना है कि इससे उन्हें आर्थिक लाभ होगा और भविष्य में रोज़गार और विकास के अवसर भी बढ़ेंगे।
ग्रेटर फरीदाबाद में 18 गांवों की भूमि का अधिग्रहण
फरीदाबाद के 18 गांवों की साढ़े 4 हजार एकड़ जमीन HSVP द्वारा अधिग्रहित की जाएगी। इन गांवों में खेड़ी कलां, नचौली, ताजुपुर, ढहकौला, शाहबाद, बदरपुर सैद, साहुपुरा, सोतई, सुनपेड़, मलेरना, जाजरू, भैंसरावली, फत्तुपुरा, भुआपुर, जसाना, फरीदपुर, सदपुरा और तिगांव शामिल हैं। इन इलाकों में रिहायशी, औद्योगिक और वाणिज्यिक विकास की पूरी योजना तैयार की जा रही है।
इन 9 गांवों में बसाई जाएगी इंडस्ट्रियल टाउनशिप
औद्योगिक शहर के लिए जिन 9 गांवों को चुना गया है। वे हैं फरीदाबाद जिले से: छांयसा और मोहना। पलवल जिले से: मोहियापुर, बागपुर कलां, बागपुर खुर्द, बहरौला, हंसापुर, सोलड़ा और थंथरी इन गांवों में इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट, उद्योगों की स्थापना और संपर्क मार्गों का विस्तार किया जाएगा। जिससे यह इलाका नया औद्योगिक केंद्र बनकर उभरेगा।
11 नए सेक्टर होंगे विकसित
हरियाणा शहरी विकास प्राधिकरण (HSVP) द्वारा इन 18 गांवों में सेक्टर 94ए, 96, 96ए, 99, 100, 101, 102, 103, 140, 141 और 142 विकसित किए जाएंगे। यह नए सेक्टर शहरी विकास और आवासीय आवश्यकताओं को पूरा करेंगे। साथ ही आसपास के गांवों में भूमि मूल्यों में जबरदस्त बढ़ोतरी होने की संभावना है। जिससे किसानों और स्थानीय निवासियों को अच्छा आर्थिक लाभ मिलेगा।
दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और एयरपोर्ट से सीधा कनेक्शन
यह औद्योगिक शहर दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेसवे और नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट के बीच स्थित होगा। जिससे लॉजिस्टिक्स और कनेक्टिविटी के लिहाज से यह स्थान अत्यंत महत्वपूर्ण होगा। यहां पर बड़ी औद्योगिक कंपनियों, वाणिज्यिक निवेशकों और इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपर्स को आकर्षित किया जा रहा है।
जमीन की कीमतों में उछाल तय
प्रशासनिक अधिकारियों और रियल एस्टेट विशेषज्ञों के अनुसार इस क्षेत्र में प्रस्तावित विकास के बाद भूमि की कीमतें दोगुनी या उससे अधिक हो सकती हैं। वर्तमान में जिस जमीन की कीमत ₹1 करोड़ प्रति एकड़ है। वह आने वाले 2–3 वर्षों में ₹2–3 करोड़ प्रति एकड़ तक पहुंच सकती है।
स्थानीय लोगों को मिलेगा रोजगार और विकास का लाभ
इस प्रोजेक्ट के पूरा होने के बाद स्थानीय युवाओं को रोजगार, किसानों को मुआवजा और पुनर्वास और पूरे क्षेत्र को बुनियादी सुविधाओं से जोड़ने का मौका मिलेगा। पानी, बिजली, सड़क, स्कूल, स्वास्थ्य सुविधाएं आदि को लेकर सरकार ने पहले ही डिजिटल टाउनशिप मॉडल पर काम शुरू कर दिया है।